कितने अजीज हो तुम ये बताये कैसे।तुम्हारी सादगी को हम दिखाये कैसे।दोस्ती आपकी अनमोल है हमारे लिये,चंद लफ्जों में आपको बताये कैसे। 7 रंग, 7 जन्म, 7 सुर, 7 फेरे, 7 रिश्ते, 7 अजूबे, 7 वचन, 7 समन्दर, 7 दिन सप्ताह में सबके चाहने से हर बात नहीं होती,थोडे से अंधेरे से रात नहीं होती,जो […]
Read More
व्यवहार में बनावटीपन छोड़, छल-कपट का त्याग करो, सरल सीधे बनो, करूणामय बनो, शरीर को साधनाधाम बनाओ। बालक रूप धारण कर सहज बनो। विश्वासी हो, तभी शिव को पा सकोगे, शिवमय हो सकोगे। ओम नमः शिवायय भवोमवायच नमःशंकरायच मदस्करायच शिवायच शिवरायच। अघोर भैरव, सद्योजात, कामदेव, तत्पुरूष और ईशान, सभी शिव के भावरूप है और पंच […]
Read More
बसंत पंचमी, देवी सरस्वती का जन्मदिन (माह माघ में शुक्ल पक्ष का पाँचवा दिन) जो विद्या की देवी है। उनके पास छः प्रकार की शक्तियाँ है – ज्ञान, विद्या, कला, बुद्धि, संस्कृति एवं कल्याण। बसंत ऋतु – बसंत पंचमी से शुरू होती है। प्रकृति आनन्दित हो उठती है। चारों तरफ सरसों की महक एवं पीले […]
Read More
एकान्तता, एकाग्रता एवं चिन्तन का अहसास जीवन के ऐसे समय आता है जब दो तिहाई जीवन बीत चुका होता है। व्यक्ति दिन भर के कार्यों से, जहाँ हर क्षण व्यक्ति समूहों से विचारों के द्वन्दों के बाद अपने कार्य को अधिक शक्ति व गति देते हुए, कुछ समय अपने साथ बिताना चाहता है शायद तब […]
Read More