“प्रज्वलित ज्ञानाग्नि को हमेशा चित्त में जलाना ही तप है।” यह वाक्य ज्ञान और तप के महत्व पर प्रकाश डालता है। ज्ञान अंधकार को दूर करता है और हमें सत्य की ओर ले जाता है। तप हमें आत्म-नियंत्रण और अनुशासन सिखाता है, जो ज्ञान प्राप्त करने के लिए आवश्यक हैं। मोह का जाल: मोह […]
Read More
वक्त का खेल कुछ लोग थे, जो वक्त के सांचों में ढलकर रह गये,जैसे मिट्टी के बर्तन, वो धीरे-धीरे घिस गए। नए विचारों से वो दूर रहे, बदलावों से डरते रहे,जैसे पुराने ताले, वो धीरे-धीरे जंग खा गए। पर कुछ लोग थे, जो वक्त का सांचा बदलकर रख गये,जैसे नदियां बहती, वो हर पल आगे […]
Read More
जैसा कि कहा जाता है, “उन्नति तभी सम्भव है जब दूसरे की तरफ दृष्टि रखें।” मत्त, प्रमत्त और उन्मत्त – तीन गिरने के सोपान: मत्त: अहंकार और घमंड में डूबा व्यक्ति मत्त कहलाता है। वह अपनी उपलब्धियों पर इतना गर्व करता है कि दूसरों को नीचा देखने लगता है। यह भावना उसे अंधा कर देती […]
Read More
मनुष्य का जीवन सुख और दुख का मिश्रण है। हम अनेक बार जीवन में सफलता और खुशी का अनुभव करते हैं, तो वहीं कई बार असफलता और दुख का भी सामना करना पड़ता है। कई बार मनुष्य स्वयं ही अपने पतन का कारण बन जाता है। मोह, मद, राग, विषाद, ईर्ष्या, निंन्दा, कुटिलता जैसे नकारात्मक […]
Read More